उफ्फ्फ !!! ये दवाइयां।  यूँ लगने लगा है मेरा बूढ़ा होता शरीर जो सवाल उठा रहा है उसके जवाब में मेरे पास बस दवा की गोलियां ही हैं। दर्द जैसे जीवन का हिस्सा हो गया है और दवाओं की गिनती साँसों से ज्यादा  है। मगर अब तो वक़्त और उम्र के साथ दर्द भी हंसी ठिठोली खेल रहा है।  यूँ लगता है अब दर्द लाजवाब सा हो गया है। यूँ की दवा पे हँसता है और मुझे रुलाता है।  सच, अब कोई दवा काम नहीं करती।  डॉक्टर कहता है दवा साइड इफ़ेक्ट दे रही है,  मुझे है, लगता दवा भी अब दर्द से कम मेरे शरीर से ज्यादा लड़ने लगी है। अब कुछ ऐसा चाहिए जो दवा से बढ़ कर काम करे।  मुझसे, मेरे शरीर से नहीं मेरे दर्द से लड़े। कुछ ऐसा जो हिदायत न बने जिंदगी का हिस्सा बन जाये।

Image result for old age pain clipartपुनश्च :- हम में से जो भी लम्बे समय से दर्द से जूझ रहे है, वो शायद हर रोज़ इन्ही ख्यालों से घिरे रहते हैं।  दर्द की रंगीन सी दिखने वाली गोली जिंदगी को पल पल बेरंग बना रही है..... पैन किलर के साइड इफेक्ट्स जानने समझने के लिए डॉक्टर की अपॉइंटमेंट की ज़रूरत नहीं होती....जिस मुँह में ये गोली घुलती है उसके छाले , पेट में जब पिघलती है उसकी जलन और साथ में लिवर पे पड़ता इसका असर सब ये ही इशारा कर रहे हैं की ये दर्द की गोली कुछ और नए दर्द दे जाती है। फिर भी हम इसे ही हमजोली बनाये बैठे हैं???? अब तो हमे इस गोली से रिहाई चाहिए..... पैन  किलर्स  से मुक्ति चाहिए,,,,, दर्द के खिलाफ नए हथियार खोजने का वक़्त आ गया है.... नयी राहे,  नयी थेरेपी, नए इलाज। फिजिकल थेरेपी है वो विकल्प जो हमे दर्द और दवा दोनों से रहत देगा....
बूढ़ा शरीर अब दर्द से टूटेगा नहीं,,,, बल्कि फिजिकल थेरेपी के इलाज़ से फिर नाच सकेगा। दर्द  हमें रोकेगा नहीं बल्कि सहस देगा.....
फिजिकल थेरेपी का साथ तो दर्द नहीं, बस नयी जिंदगी।
WE CAN HELP. Physical therapy services
















   

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